कुण्डली के आकलन के बाद ग्रहों के प्रभावों को देखते हुए रत्नों का चयन किया जाता है किस जातक को कौन-सा रत्न अच्छा फल देगा इसका निर्णय किया जाता हैं। ग्रह रत्नो का बहुत ऊर्जावान प्रभाव होता है। ग्रह रत्नों का प्राक्रतिक होना अति आवश्यक हैं। नकली या बनाया हुआ राशिरत्न फल देने में असफल देखा गया है।